Hill Station Auli Tour
हरिद्वार से बद्रीनाथ जाने वाले रास्ते पर 279 km चलने पर Joshimath आता है Joshimath से Hill Station Auli tour16km की दूरी पर समुद्रतल से 10 ,000 फिट की height पर स्थित है ।
मैं आपको ले कर जाना चाहती हूँ पर्वतीय राज्य Uttarakhand के खूबसूरत Hill Station Auli ( औली )की Tour पर , औली को चारो तरफ से ढंके पहाड़ों और दूर दूर तक फैले सूंदर हरे भरे क्षेत्रों के कारण भारत का स्विट्ज़रलैंड कहा जाता है । औली Hill Station के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं इसलिए मैं इस यात्रा से जुड़ी सारी जानकारी आपको दूंगी ।

दोस्तों Auli गर्मियों और सर्दियों दोनों मौसम में जाया जा सकता है । ज्यादातर लोग जब बदरीनाथ धाम की यात्रा करने जाते हैं तब औली जाते हैं । Auli जाने के लिए सबसे पहले हरिद्वार पहुंचना होता है । हरिद्वार से बद्रीनाथ जाने वाले रास्ते पर 279 km चलने पर जोशीमठ आता है जोशीमठ से 16km की दूरी पर खूबसूरत हिल स्टेशन औली स्थित है हरिद्वार बस अड्डे से रोज़ जोशीमठ के लिए काफी बसें चलती हैं बसों के अलावा आप टेक्सी या प्राइवेट गाड़ी से भी आप जोशीमठ पहुँच सकते हैं ।
हरिद्वार से जोशीमठ जाने पर सबसे पहले हरिद्वार से 20km बाद ऋषिकेश पड़ता है ऋषिकेश में पहली बार गंगा पहाड़ों से उतरकर मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती है । ऋषिकेश से पहाड़ी रास्ता शुरू हो जाता है हरे भरे ऊँचे ऊँचे पहाड़ों के बीच बने घुमावदार रास्तों से बने हुए ऋषिकेश से 75km की दूरी पर अलखनंदा और भागीरथी नदी के संगम पर बसा बहुत हीं सूंदर पहाड़ी नगर देवप्रयाग आता है देवप्रयाग में हीं अलखनंदा और भागीरथी नदियों के संगम के बाद दोनों नदियां मिलकर गंगा कहलाती है। देवप्रयाग से 38km चलने के बाद अलखनंदा नदी के किनारे बसा श्रीनगर आता है जो एक काफी बड़ा पर्वतीय शहर है श्रीनगर से 34km चलने के बाद रुद्रप्रयाग शहर आता है रुद्रप्रयाग में अलखनंदा और केदारनाथ से निकली मन्दाकिनी नदी का संगम होता है । रुद्रप्रयाग से एक रास्ता मन्दाकिनी नदी के किनारे किनारे अगस्तमुनि ,कुंड ,गुप्तकाशी ,फाटा,सोनप्रयाग और गौरीकुंड होते हुए केदारनाथ धाम की ओर चला जाता है और दूसरा रास्ता गौचर , कर्णप्रयाग , चमोली होते हुए बद्रीनाथ चला जाता है औली जाने वाले यात्रियों को बद्रीनाथ जाने वाले मार्ग पर चलना पड़ता है ।
रुद्रप्रयाग से 115km चलने के बाद जोशीमठ आता है जोशीमठ अलखनंदा नदी के तट पर समुद्रतल से लगभग 1890m की ऊंचाई पर बसा एक सुन्दर पर्वतीय क़स्बा है जो चमोली जिले में आता है। जोशीमठ -औली ,हेमकुंड,फूलों की घाटी ,और बद्रीनाथ धाम जाने वाले यात्रियों का मुख्य पड़ाव स्थल है मतलब यहाँ से इन सब जगहों पर आसानी से पहुंचा जा सकता है । कहा जाता है 8 वीं सदी में आदि गुरु शंकराचार्य ने ज्ञान प्राप्त करने के लिए जोशीमठ में शहतूत के पेड़ के नीचे तपस्या कर ज्योतिर्मठ की स्थापना की स्थानीय लोगों के अनुसार वही शहतूत का पेड़ आज कल्पवृक्ष के नाम से जाना जाता है जोशीमठ में नरसिंह भगवान का बहुत पुराना मंदिर है । यहाँ सर्दियों में जब बदरीनाथ मंदिर का कपाट बर्फ़बारी की वजह से जब बंद हो जाता है तो भगवान श्री विष्णु जी की डोली जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में लायी जाती है ।और कपाट खुलने तक यहीं पूजा अर्चना की जाती है ।
where to stay in Auli (औली में कहाँ रुकें )
Auli जाने वाले पर्यटकों को Joshimath में हीं रुकना चाहिए । Joshimath में बहुत सारे Hotels बने हुए हैं जिनका किराया 700rs से लेकर 3000rs तक है । जोशीमठ के अलावा यात्री Auli में भी रुक सकते हैं यहाँ पर Guest House and Resort हैं, पर काफी महंगे हैं ।
जोशीमठ से औली कैसे जाएँ

Joshimath से Auli तक जाने के लिए गढवालमण्डल विकास निगम ने 4200meter लम्बी rope way बना रखी है जिसका किराया 1000 rs तक है यह ropeway भारत की सबसे लम्बी ropeway है। इसके अलावा आप Auli तक local taxi से भी जा सकते हैं। औली पहुँचने पर पर्यटकों को हिमालय का सुन्दर नज़ारा देखने का अनुभव प्राप्त होगा । Auli से नंदा देवी ,कामत ,त्रिशूल पर्वतों की बर्फ से लदी चोटियां चंडी की तरह चमकती हुई सी नज़र आती है Auli से कुछ दूरी की पहाड़ियों की ढलानों पर देवदार के जंगल हैं । जिससे होकर आती ठंडी ठंडी हवा के झोंके बहुत हीं आनंदित कर जाती है । औली अपने हरे भरे क्षेत्रों के कारण विश्व भर में प्रसिद्ध हैं ।सर्दियों में औली बर्फ के चादर से ढक जाती है ।और गर्मी शुरू होते हीं बर्फ पिघलना शुरू हो जाती है जिसके कारण चारो तरफ फैले हरी भरी वादियां अपनी असीम सुंदरता के साथ मनमोहक हो जाते हैं ।

शांत वातावरण में Auli की वादियां बहुत हीं खूबसूरत नज़र आती है । Auli की चारो तरफ बर्फ से लदी पहाड़ो की चोटियां मन को शीतलता प्रदान करती है । सर्दियों में यहाँ खूब बर्फ़बारियाँ होती है जिस कारण Auli की ढलानों पर सर्दियों में Skiing, की जाती है । Auli winter में skiing के national level के खेलों का भी आयोजन होता है ।

जिन पर्यटकों को skiing नहीं आती है उन्हें गढ़वाल मंडल विकासनिगम की ओर से 5000 rs में जनवरी और फ़रवरी में 7 दिन की skiing सिखाने की training भी दी जाती है । सर्दियों में skiing के शौक़ीन देशी विदेशी पर्यटक यहाँ skiing का लुप्त उठाने काफी मात्रा में यहाँ आते हैं । Camping, Ropeway Ride, Trekking, जैसी और भी Activitiesकरवाई जाती है।
Best Season To Visit Auli
दोस्तों वैसे तो हर मौसम में Auli आया जाता है । Auli की हरी भरी वादियों को देखने जाना हो तो अप्रैल से जून सबसे अच्छा समय होता है और जिन पर्यटकों को बर्फ़बारी का आनंद लेना हो उन्हें जनवरी और फ़रवरी के महीनों में जाना चाहिए